Category Archives: Family Matters Related Case

Divorce Ke Kitne Din Baad Shadi Kar Sakte Hai तलाक के बाद शादी?

भारतीय कानून में सामाजिक व्यवस्था के अनुरूप न्याय की व्यवस्था की गई है, इसी क्रम में विवाह से संबंधित नियमों का संकलन हिंदू विवाह अधिनियम 1955 में किया गया है। इसके अंतर्गत विवाह की सभी प्रक्रियाओं को धाराओं के सीमा में बांधा गया है। उसी क्रम में तलाक का जिक्र है, प्रस्तुत लेख में हम… Read More »

Kya Talak Lena Sahi Hai पत्नी से एकतरफा तलाक कैसे लें

वैसे तो शादी का बंधन पवित्र माना गया है, जब तक दोनों पक्ष एक दूसरे का आदर करते हुए सम्मान सहित एक दूसरे के साथ रहे तब तक रिश्ता अच्छा रहता है। कुछ ऐसी परिस्थितिया शादी के बंधन में कड़वाहट उत्पन्न करती है, जिससे रिश्तो के बीच दूरियां बढ़ती जाती है। दूसरों की सलाह रिश्तो… Read More »

Child Custody Ya Visiting Right Kaise Le. एक पिता अपने बच्चों से कैसे मिले

बच्चे पर पति तथा पत्नी दोनों का बराबर अधिकार होता है। ऐसा नहीं कि बच्चे पर किसी एक का विशेष अधिकार हो। बच्चे अपने माता-पिता का प्यार पाने के अधिकारी होते हैं, उन्हें उस प्यार से वंचित नहीं किया जा सकता। जो इस प्रकार का कृत्य करता है, वह कानून का दुरुपयोग कर कानून की… Read More »

Talak Kaise Le Sakte Hai पत्नी द्वारा मानसिक उत्पीड़न कैसे साबित करें Patni Ke Dwara Krurta

हिंदू धर्म में विवाह को पवित्र बंधन माना गया है, यह बंधन सात जन्मों का माना जाता है। जिसे निभाने के लिए स्त्री पुरुष दोनों पवित्र अग्नि के समक्ष संकल्प लेते हैं एक दूसरे को वचन देते हैं। परिवार जब संयुक्त रूप से रहा करती थी, तब यह बंधन और वचन कायम रहते थे। वर्तमान… Read More »

पत्नी को गुजारा भत्ता देने से कैसे बचें Patni Ko Maintenance Dene Se Kaise Bache

CrPC की धारा 125 के तहत पत्नी अथवा आश्रितों को गुजारा भत्ता या भरण पोषण प्राप्त करने का अधिकार है। CrPC की धारा 125 के तहत गुजारे भत्ते का पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया गया है। किन परिस्थितियों में गुजारा भत्ता मिलेगा तथा किन परिस्थितियों में गुजारा भत्ता नहीं मिलेगा यह सभी प्रावधान इस धारा के… Read More »

महिलाएं ऐसे प्राप्त करें गुजारा भत्ता Section 125Crpc Hindu Marriage Act in Hindi

समाज एक बंधन से बंधा हुआ है, जिसमें एक दूसरे के प्रति कुछ दायित्व होते हैं। विवाह भी उन्ही बंधनों में एक पवित्र बंधन माना गया है। इसमें पति-पत्नी दोनों को एक दूसरे की देखभाल उसके सुख दुख में सम्मिलित होने का अधिकार दिया गया है। विवाह के समय दोनों एक दूसरे के सुख-दुख में… Read More »

हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 9. Section 9 Hindu Marriage Act in Hindi

विवाह को किसी भी धर्म में विशेष मान्यता दी गई है। हिंदू धर्म में इसे आत्मा का संबंध माना है, दो परिवारों का संबंध माना है। इस पवित्र रिश्ते को हिंदू विवाह अधिनियम 1955 द्वारा निर्देशित किया गया है। प्रस्तुत लेख में आप हिंदू विवाह अधिनियम 1955 की धारा 9 के विषय में जानकारी हासिल… Read More »